Posted On Sunday:6th December 2020 at 08:44 AM
वायदा भी कि धन न आए ऐसा हो ही नहीं सकता
Abhinandan Tiwari अर्थात श्री अभिनंदन तिवारी जी भी बहुत ही तेज़ी से लोकप्रियता की ऊंचाईयां छू रहे हैं। आसान से टोटकों और सादगी भरे शब्दों से सजे मंत्रों के ज़रिए असम्भव सी मुश्किलों को दूर कर देना उनकी मुहारत में शामिल है। बिना किसे बड़े खर्चे के उपाय बताना उनकी बहुत बड़ी खूबी है। न ज़्यादा बहस-न ही तर्क न ही विरोध। श्रद्धा, आस्था और प्रेम है तो काम अवश्य होगा अगर कुछ और ही मन में घूम रहा है तो उसी के मुताबिक फल भी मिलेगा। दरिद्रता हटाने के लिये, लक्ष्मी को पाने के लिए लोग क्या क्या जतन नहीं करते लेकिन सफलता बहुत ही कम मिलती है। इस मकसद की पूर्ती के लिए ब्रह्मण्ड की कौन सी तरंगों को तंत्र और मंत्र के ज़रिये झंकृत करना है इसका रास्ता बता रहे हैं अभिनंदन शास्त्री। आप भी जानिए इसे पढ़ कर लाभ आप भी उठा सकते हैं। --मीडिया लिंक रविंद्र
॥ॐक्रीं कालिकायै॥
आज आपके समक्ष ऐसे प्रयोग दे रहे हैं जिसे करने के बाद ऐसा हो ही नही सकता कि दरिद्रता आपके घर को छोड़ कर भाग न जाये।
आपके घर लक्ष्मी का वास होगा कल्याण होगा यह प्रयोग अद्भुत है।
जिनके घर दरिद्रता का वास हो धन नही टिकते हो आर्थिक संकट हमेशा बने रहते हो कर्ज दिन ब दिन बढ़ता जा रहा हो।
वे लोग इस प्रयोगको इस जरूर करें पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ करें।
हर सिंगार के पौधे आप सब जानते हैं देखे भी होंगे कई लोगों के घर पर भी यह मौजूद है।
तो आपको रोहिणी नक्षत्र को नर्सरी से इस पौधे को घर लाना है।
नर्सरी से आपको यह पौधा मिल जाएगा आपको रोहिणी नक्षत्र के दिन यह लाना है और उसी दिन आपके घर मे मुख्य दरवाजे main door के बाहर जब आप घर से निकले तो दाए तरफ आपके दाएं तरफ एक गड्ढे खोदना है।
उस गड्ढे में गाय के कच्चे दूध डालना है पांच सिक्के एक रुपये के उसमे डालना है और उसी में पांच कौड़ी आपको डालना है।
इसी में पांच गोमती चक्र डालना है फिर उस पौधे को लगाना है फिर उसमे गंगाजल डाल दे।
अब इस पौधे का देख रेख करें इसे बढ़ने दे।
जैसे जैसे यह पौधा बड़ा होता जाएगा वैसे वैसे आपके घर से दरिद्रता का नाश होता जाएगा आप आर्थिक रूप से सम्पन्न होते चले जायेंगे।
कर्ज उतरने लगेगा आपका मंगल होने लगेंगे यह बहुत शक्तिशाली प्रयोग है दरिद्रता निवारण के लिए।
आपका अनुभव कैसा रहता हमें अवश्य बताएं। लक्ष्मी आ जाए तब भी बताना और न आ पाए बताना। हमें आपके विचारों की इंतज़ार रहेगी। --मीडिया लिंक रविंद्र